LGC
जनपद बुलन्दशहर के तहसील डिबाई में नरौरा नामक स्थान पर वर्ष 1967 में नरौरा बैराज निर्मित किया गया था। इस बैराज के दाहिने तट से दो नहर प्रणालियाॅं निकलती हैं, जिसमें से वर्ष 1878 में निचली गंगा नहर एवं 1982 में समानान्तर निचली गंगा नहर का निर्माण किया गया। संगठन की समस्त नहरें निचली गंगा नहर प्रणाली के अंतर्गत आती हैं । संगठन में 02 मुख्य नहर (निचली गंगा नहर एवं समानान्तर निचली गंगा नहर) हैं एवं निचली गंगा नहर से निकलने वाली 07 शाखा नहरों के माध्यम से 176 अदद राजबहे एवं 812 अदद अल्पिका कुल 997 अदद नहरों में 8637.120 किमी0 लम्बाई में सिंचाई सुविधा उपलब्ध करायी जाती है। संगठन के अंतर्गत मुख्य नहर का उदगम (हेड) नरौरा जनपद बुलन्दशहर में तथा टेल जनपद कौशाम्बी में पड़ता है।

संगठन के अंतर्गत कुल कृषि योग्य क्षेत्रफल 11.72 लाख हेक्टेयर है। पी0सी0ए0 खरीफ 4.86 लाख हेक्टेयर एवं रबी 4.22 हेक्टेयर है। रामगंगा संगठन के अंतर्गत 12 जनपदों (कासगंज, एटा, मैनपुरी, फिरोजाबाद, इटावा, फर्रूखाबाद, औरैया, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, फतेहपुर एवं कौशाम्बी) में 15 खण्डों के माध्यम से सिंचाई सुविधा प्रदान की जाती है।